अहो जिनशासनम….
108 उपवास का पारणा….
तपस्विरत्ना श्रीमति अलकाबेनके 108 उपवास का पारणा शत्रुंजय गिरिराज की यात्रा के बाद पालीताणामे हुआ.
जिनके तपो का वर्णन शब्दोमे वर्णन मुश्कील हे, ऐसे सुरत के अलकाबेनने इससे पहले 16 महिना का गुणरत्नसंवत्सर तप किया हे. 6 तो वर्षितप किया हे.2000 से ज्यादा आयंबिल किया हे.15 सालसे बियासणा से कम कोइ तप नही किया.जिनकी दो दो बेटिया संयमपथ पर प्रयाण कर चूकी हे…. ओर कहना इनके बारेमे.
तपस्विके बारे मे ओर जानकारी देते हुये हमारे जैन संस्कार सेना के मित्र कुशल महेताने बताया की तपस्वि अलकाबेन ने अपने 108 उपवास मे 45 वे ओर 52 वे उपवास पर गिरनार की यात्रा की ओर तो ओर अपने 108 उपवास का पारणा भी शत्रुंजय गिरिराज की यात्रा करनेके बाद कल ता.20/01/18 पालीताणामे किया.