अचलगच्छ मे सुनहरा अध्याय जुड रहा है।तीर्थाधिराज शाश्वत तीर्थ पालिताणा मे तीन लोक के नाथ श्री आदिनाथ भगवान की छत्र छाया मे *50-50 वर्षितपाराधक तपस्वी रत्न शासन सम्राट्र संघ शिर छत्र अचलगच्छाधिपति परम पुज्य आचार्य भंगवंत श्री गुणोदय सागर जी महाराजा साहेब* अपने वरदहस्त से परम पुज्य गणिवर्य *श्री कवीन्द्र सागर जी म सा* परम पुज्य गणिवर्य *श्री वीरभद्र सागर जी म सा* परम पुज्य गणिवर्य *श्री महोदय सागर जी म सा* को जिन शासन का तीसरा पद *आचार्य पद मंगल मुर्हुत* मे प्रदान कर रहे है।