आचार्य श्री विद्यासागर जी के पास आज भी वही कमण्डल है
जो 47 वर्ष पूर्व उनके दीक्षा गुरु श्री ज्ञान सागर जी ने
दीक्षा देते हुए प्रदान किया था । है न दुर्लभ जानकारी
आचार्य श्री विद्या सागर जी महामुनिराज और उनका त्याग।
1. 30 सालो से नमक का त्याग।
2. 30 साल से मीठे का त्याग।
3. सभी हरे फलो का त्याग।
4. सभी सूखे मेवो का त्याग।
5. भौतिक साधन जैसे A/C कूलर पंखा हीटर बिजली मोबाइल
आदि का त्याग।
6. उम्र भर थूकने का त्याग।
7. जीवनभर चटाई का त्याग।
8. बिना बताये विहार करना।
9. बिना किसी घोषणा के दीक्षा देना।
10. आचार्य श्री की पिच्छी की कभी भी बोली नही लगती
बल्कि जो संयम को लेता है उसे मिलती है।
11. आपका पूरा परिवार ही साधू बनकर मोक्ष मार्ग पर लगा
है। ये तो सिर्फ पता हैं और न जाने क्या क्या गुरुवर ने त्याग कर
रखा हैं वो तो भगवन ही जाने।
ऐसे महान आचार्य श्री के
चरणों में मेरा कोटि कोटि नमन। 🙏🙏🙏🙏