AAJ JIN RAJ MUJ KAAJ (Hindi Lyrics) Jain Stavan
आज जिनराज मुझ काज सीधा सवे ,
तू कृपा कुम्भ जो मुझ तुठो
कल्पतरु कामघट कामधेनु मले
आंगने अमियरस मेह वूठो
वीर तू कुंडपुर, नयर भूषण भुवो ,
राय सिद्धार्थ त्रिशला तनु जो
सिंह लंचन कनक , वरण कर सप्त तनु ,
तुझ समो जगत मा कोण दूजो
आज……
सिंह परे एकलो , धीर संयम ग्रहे ,
आयु बहोत्तर वर्ष पूर्ण पाली
पूरी अपापायनिही , पाप शिव वहु वर्या ,
तिह थकी पर्व प्रगटे दीवाली
आज……
सहस तुझ चौद, मुनिवर महा संयमी ,
साहूणी सहस छत्तरीस राजे
यक्ष मातंग सिधायिक वर सूरी ,
सकळ तुझ भविकनी भीति भाजे
आज…….
तुझ वचन राग सुख , सागरे झिलतो ,
पिलतो मोह मिथ्यातत्व वेली
आवियो भवियो धर्मपथ हु हवे ,
दीजिये परम पद होइ बेली
आज……
सिंह निशिदिह जो हृदय गिरी मुझ रमे ,
तू सुगुण लिह अविचल निरीहों
तोकु मत रंग मातंग नायु थकी ,
मुझ नही कोई लवलेश विहो
आज……
शरण तुझ चरण में चरण गुण निधि ग्रहा ,
भवतरण करण दम शरम दाखो
हाथ जोड़ी कहे यशविजय बुद्ध ईशु ,
देव निज भुवनमा दास राखो
आज…….