हे प्रभु हे प्रभु, खुब चाहुं तने… (2)
आप दुरे रहो, ऐ न फावे मने… (2)
आंख श्यामल प्रभु, ने गुलाबी गाल छे… (2)
आभमां वादळा, एटलं व्हाल छे
नाथ जोवा तने, देवो पण थनगने… (2)
आप दुरे रहो, ऐ न फावे मने…. (2)
हे प्रभु हे प्रभु, खुब चाहुं तने… (2)
आप दुरे रहो, ऐ न फावे मने… (2)
तारा होठे प्रभु, स्मित एवं वसे… (2)
फूल पण जोईने, खुब मीठं हसे
धूप कहे नाथ मने, आप राखो कने… (2)
आप दुरे रहो, ऐ न फावे मने… (2)
हे प्रभु हे प्रभु, खुब चाहुं तने… (2)
आप दुरे रहो, ऐ न फावे मने… (2)
तारा श्वासोनी, सुगंधने माणता… (2)
भेटले फूल शरमाई राता थता
हे नाथ अमे, छोड्युं मधुवनने… (2)
आप दूर रे रहो, ऐ न फावे मने… (2)
हे प्रभु, खुब चाहुं तने… (2)
आप दूर रे रहो, ऐ न फावे मने… (2)