मनडुं मारुं जोने डोल डोल थाय,
सद् भाग्ये व्हालाजीनो संग मळी जाय…
मायाना वलगणथी केम रे छूटाय,
सद् भाग्ये व्हालाजीनो संग मळी जाय…
मनडुं मारुं जोने डोल डोल थाय,
सद् भाग्ये व्हालाजीनो संग मळी जाय…
आतम नो संग मने आपजो भगवंतजी,
भक्ति ना पुष्पो खिलावजो भगवंतजी,
सेवा सत्संग मां मनडु बंधाय,
मनडुं मारुं जोने डोल डोल थाय,
सद् भाग्ये व्हालाजी…
अंतरथी नेमनाथनुं नाम ज्यां लेवाय छे,
थईने बहु राजी अम हैया हरखाय छे,
एमनी कृपा थी भवसागर तरी जाय,
मनडुं मारुं जोने डोल डोल थाय, सद् भाग्ये व्हालाजी…
धन्य श्री गिरनार नो नाथ अलगारी,
दुख दूर करशे श्री नेमि सुखकारी,
रत्नत्रयी तणा मारग समजाय,
मनडुं मारुं जोने डोल डोल थाय, सद् भाग्ये व्हालाजी…