जेनी मूर्ति नानी छे पण मंगलकारी छे…(२ वार)
काळी कामणगारी जग मां जयजयकारी छे,
पळभर मां सौ भक्तोना मनडां हरनारी छे.. जेनी मूर्ति…
जेनी नानी नानी, हा नानी..
पलकारो लेती जाणे जीवतंशानी,
जेना होठ गुलाबी नाना, हा नाना..
भक्तो साथे-जाणे वातो करनारा,
हैयुं जाणे करुणानी वहेती सरवाणी छे
पळभर मां सौ भक्तोना मनडां हरनारी छे.. जेनी मूर्ति…
श्री जग वल्लभ जिनराया, जिनराया..
श्री संघतणा नायक छो महाराया,
समक्ति द्रष्टि मन भाया, मन भाया..
अंतर साथे नी जोड मोहमाया,
जेनी छाया सुखशिशु ने मुक्ति वाळी छे
पळभर मां सौ भक्तोना मनडां हरनारी छे.. जेनी मूर्ति…