कृपानो धोध वरसावो, तमारा चरणोमां रहेवा,
स्वीकारो दासनी सेवा… (२ वार)
नथी कोई योग्यता मारी,
तोये करुणा वहे तारी स्वीकार्यो छे तमे मुजने,
रहीश हूं तारो आभारी तमे मळीया बधुं मळीयुं,
हवे शु मांगतुं जिनवर, स्वीकारो दासनी सेवा… (१)
तमे माता तमे पिता,
तमे बंधु तमे गुरुदेव तमे प्यारा तमे प्रीतम,
तमे व्हाला तमे वालम तमे छो साधना नो सार,
तमे छो मुक्तिनी मंजिल, स्वीकारो दासनी सेवा… (२)