ओ आदिश्वर प्रभु मेरे,
तपस्या में आओ पधारो,
ईक्षुरस ये बरसावो,
भव-भव के भाग सवारो,
तपस्या है पावन मंगलकारी,
साधना है साधना… अनुमोदना…(१)
वर्षीतप का ये आया मंगल पारणा,
तपस्वी को हम करते मिलकर वंदना,
धरती अंबर करते है ये शुभ कामना,
अनुमोदना…(२)
कुमकुम केसर की थाळी,
अंगणा फूलोसे सजाओ,
तपसी का पारणा आया,
चलो मिलके आज वधावो,
तप से लब्धी और सिद्धि हो,
ये भावना, ये भावना…अनुमोदना…(३)