आज जशन मनाओ सारी दुनिया में,
मेरे वीर प्रभु का जनम हुआ,
महावीर वीर प्रभु का जनम हुआ….(१)
वारि वारि जाऊ में त्रिशला नंदन,
मेरे वीर प्रभु का जनम हुआ,
महावीर वीर प्रभु का जनम हुआ…(२)
सुर नर-नारी इंद्र इन्द्राणी, प्रभु के गुण गाते है,
वीर प्रभु को गोद में लेकर, मेरूगिरी पर जाते है,
घन घनन घनन घन घंठ बजे,
मेरे वीर प्रभु का जनम हुआ,
महावीर वीर प्रभु का जनम हुआ….(३)
हे वीर महावीर, हे वीर महावीर…(४)
क्षत्रियकुंड में धूम मची है, घर-घर खुशीया छाई है,
सिद्धारथ और त्रिशलामाँ को, देते लोग बधाई है,
छन छनन छनन घुंघरू बाजे,
मेरे वीर प्रभु का जनम हुआ,
महावीर वीर प्रभु का जनम हुआ….(५)
आज खुशी से छलक उठा है, हर एक मन का कोना,
धरती नाचे अंबर नाचे, नाचे मोर पपीहा,
देवदुंदुभि नभ में गाजे,
मेरे वीर प्रभु का जनम हुआ,
महावीर वीर प्रभु का जनम हुआ….(६)
वारि वारि जाऊ सिद्धारथ नंदन,
मेरे वीर प्रभु का जनम हुआ,
महावीर वीर प्रभु का जनम हुआ….(७)
हे वीर महावीर हे वीर महावीर…(८)
नारकापि मोदन्ते, यस्य कल्याण पर्वसु ।
पवित्रं तस्य चारित्रं, को वा वर्णयितुम् क्षमः ॥(९)
त्रिशला नंदन वीर की जय बोलो महावीर की…(१0)