गुरुवर हमको है प्यारा,
पाया जो संग तुम्हारा,
झूठा जहां ये सारा, तेरे सिवा..
प्रभुवर सा तुमको माना,
सच्चे जीवन को जाना,
अब तो कुछभी ना पाना, तेरे सिवा..
बीते लम्हे कैसे भुलाउं,
खुदको भी अब कैसे संभालु,
साथ मैं चाहूं, फिर कैसी हो दूरियां…1
वादा है तुमसे हमारा यही,
ना भूलेंगे कभी गुरुवर तुमको,
याद तुम्हारी है दिल में बसी,
नहीं जाना कहीं गुरुवर हमको,
तुमसे खिली, तुमसे रोशन हुई,
मेरी जिंदगानी,
अगर तुमसे जुडे,
तो मुश्किलें आसान बन जाएगी,
बिनती मेरी तुमसे,
हो जीवन तेरी राह पे,
बीते लम्हे… 2