A Aatam Range Ramee Rahaya (Hindi)

A Aatam Range Ramee Rahaya (Hindi)

ए आतम रंगे रमी रह्या, 

चालो जयन्त उत्सवनी संगे…

 ए परथी उपर उठी रह्या, 

वीरतिना आनंदने माणी…(१)

 

धन्य बनशे मुज जीवन,

जइशुं साधना उपवन, 

आराधी जिन आणाने,

करशुं तन-मनने पावन, 

सिद्ध भावमां पळ-पळ रही, 

चालो जयन्त उत्सवनी संगे… 

ए आतम रंगे रमी रह्या,

 वीरतिना आनंदने माणी….(२)

 

प्रभुनी आणा ग्रहीने,

दिलमां श्रद्धा भरीने,

 अंतर ध्यान धरीने,

गुरु संग उपधान करीने,

 ज्यारे अधिकार मळशे,

त्यारे नवकार फळशे, 

क्रियामां भाव भळशे,

संसार सागर तरशे… 

सिद्ध भावमां पळ-पळ रही,

 चालो जयन्त उत्सवनी संगे… 

ए आतम रंगे रमी रह्या, 

वीरतिना आनंदने माणी…(३)

 

प्रभु शीतळता शशि जेवी,

आतमनी अनुभूति एवी, 

चित्तनी निर्मळताने,

पामुं विरतिना धामे, 

दुनियामां डंको बाजे,

जयनाद गगनमां गाजे, 

विमलाचल कीर्ति छाजे,

प्रभु आदिश्वर बिराजे,

 सिद्ध भावमां पळ-पळ रही, 

चालो जयन्त उत्सवनी संगे…

 ए आतम रंगे रमी रह्या, 

वीरतिना आनंदने माणी…(४)

 

सूरि राजेन्द्रजी राया,

गुरु मधुकरनी माया,

नित्यसेन सूरिनी छाया,

निपुण जिनागम गाया,

परनी आश त्यजीने,

सद्गुरु कृपा ग्रहीने,

जयंत उत्सव करवा,

चालो सहु हळीमळीने,

सिद्ध भावमां पळ-पळ रही, 

चालो जयन्त उत्सवनी संगे…

ए आतम रंगे रमी रह्या, 

वीरतिना आनंदने माणी…(५)

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