Mathe Jinvar No Hath Guru No (Hindi)

Mathe Jinvar No Hath Guru No (Hindi)

माथे जिनवरनो हाथ, गुरुनो हरपल संगाथ,

 ढळशे संसारी रात, उगशे संयम परभात, 

महावीरना सेनानी बनशे, शासनना शणगार, 

वैरागी वीरलानो जगमां, गाजे जयजयकार… 

जयजयकार… महावीरना वीरनो हो जयजयकार…(१)

 

रजोहरण लेतां उल्लासे जे, प्रभुवरनी साखे, 

काया कंचन वैभव सघळां, धूळ छे जेनी

आंखे, मनमां ना माया के ममता, हैये

हरपळ राखे समता, महावीर बनवा ए करशे,

कर्मोनो संहार… जयजयकार… महावीरना वीरनो हो जयजयकार….(२)

 

आठ-आठ माताना खोळे, मस्त बनीने

रमता, राय रंक ने देवो सघळा, जेना

चरणे नमता, नयनो कायम नीचे ढळता,

भावो ऊंचा आभने अडता,अलगारी आतमने

वंदे आजे, सहु नर-नार… जयजयकार…

महावीरना वीरनो हो जयजयकार….(३)

Related Articles