तपस्विसम्राट गुरुदेव आचार्य भगवंत हेमवल्लभसूरिश्वरजी म.सा की प्रेरणा ओर मार्गदर्सन से गिरनारजी की पहली टूंक के सभी पूजारी , चोकिदार , सफाइवाले एवं ओफिस स्टाफ सभीने नेमिनाथ दादा की सेवापूजा करने का ओर गिरनारजी पर कंदमूल नही खाने का नियम – व्रत लीया….अनुमोदना वारंवार..