🙏🏻खुब खुब अनुमोदना..🙏🏻
गिरनार महातीर्थ की पवित्र पावन भुमि पर हम ऐक जात्रा कर शकते है या नहीं कर शकते ऐसी सोचमें बैठे हुवे है और इस तमिलनाडु श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ आयोजित गिरनार महातीर्थ की ९९ यात्रा के ऐक छोटासा यात्रिक रत्नकुमार परेशभाइ शाह – अमदावाद (उंमर – १० वर्ष) जीसने अपने मम्मी रुपाबेन परेशभाइ शाह के साथ “मा और बेटे” दोनोने कल छट्ठ करके आज पारणा कीया…..✍🏻
💎क्या मजा आता है जब बेटे अपने मा के साथ खेलता है लेकीन ये भी बात दादाके सामने सच है “क्या मजा आता है मा के साथ बेटे भी छट्ठ करके दोनो का साथमें मोक्ष का रीजर्वेशन करवाना…” अदभुत माहोल इन गिरनार….✍🏻
हमारे सबके दिमागमें ऐक गिरनार की यात्रा बहुत कठीन है बट ये बात गलत है यहा आने से आपको ऐक यात्रा नहीं करनी होती है और दादा २-२ जात्रा करवा देते है. यहा की पावनभुमि का प्रभाव ही ऐसा है की यहा जो नहीं हो शकता वो भी आराम से हो जाता है.. बस आज हम ऐक संकल्प करेंगे की गिरनार महातीर्थ की यात्रा करने साल में ऐकबार जरुर आयेंगे….✍🏻
🚶🏻सौ चालो गिरनार जइये नेमिनाथ दादाने भेटी पावन थइये…..🚶🏻