Diwali Jaap Vidhi
आज कार्तिक वदी 30 अमावस्या, वर्तमान शासन नायक वीतराग प्रभु श्री महावीर स्वामीजी का निर्वाण एवं प्रथम गणधर अनंत लब्धि के नायक श्री गौतम स्वामीजी का केवल ज्ञान दिवस है l
इस पूण्य दिवस पर हम क्या करें…
भगवान् ने अपनी आयुष्य के अंत में छठ ( दो उपवास ) की तपस्या की थी, अतः हमे भी यह तप “पौषध” के साथ, जहां तक हो सके गुरुदेव भगवंत की निश्रा में करनी चाहिए, जिससे हमे प्रभु से सम्बंधित कई जिज्ञासाओं से अवगत हो, कर्मों से मुक्ति के मार्ग को पहचाने, मन की एकाग्रता के साथ स्वाध्याय कर सके, प्रभु निर्वाण और गुरु गौतम के केवलज्ञान के अति पुनीत प्रभावकारी समय में उनका “जप” कर सके l
* अब आज क्या करें…
आज यथा शक्ति तप करें, दिवस का नही तो रात्रि का “पौषध” करें हो सके गुरुभगवंत की निश्रा में और स्वाध्याय में प्रभु के जीवन का अवलोकन करें, प्रभु की अमृतमयी वाणी को स्वयं के जीवन में धारण करने का संकल्प करें…
अमावस्या निर्वाण दिवस की आराधना के जप
ॐ ह्रीं श्रीं महावीरस्वामी सर्वज्ञाय नमः
रात्रि 9 से 12 बजे तक – 20 माला गिने
ॐ ह्रीं श्रीं महावीरस्वामी परंगताय नमः
रात्रि 12 बजे के बाद – 20 माला
नव-वर्ष – कार्तिक सुदी १ की भोर सुबह
ॐ ह्रीं श्रीं गौतमस्वामी केवलज्ञानाय नमः
प्रातः 5 बजे के बाद – 20 माला
(कार्तिक सुदी एकम् की भोर)