Mantra For Personalized Defect Prevention | व्यन्तरकृत दोष का निवारण मंत्र

Mantra For Personalized Defect Prevention | व्यन्तरकृत दोष का निवारण मंत्र

Mantra For Personalized Defect Prevention | व्यन्तरकृत दोष का निवारण मंत्र

मंत्र :

मन्ये वरं हरि-हरादय एव दृष्टा,
दृष्टेषु येषु हृदयं त्वयि तोषमेति ।
किं वीक्षितेन भवता भुवि येन नान्यः,
कश्चिन्मनो हरति नाथ भवांतरेपि ॥

मंत्र संख्या  : प्रतिदिन 1 माला

परिणाम : व्यन्तरकृत दोष का निवारण होता है।


Mantra For Personalized Defect Prevention

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