Categories : Jain Mantra, JAINISM Mantra For Power To Compliance Celibacy | ब्रम्हचर्य पालन की शक्ति मंत्र मंत्र : चित्रं किमत्र यदि ते त्रिदशांगनाभि- नीतं मनागपि मनो न विकार-मार्गम् । कल्पांत-काल-मरुता चलिता चलेन किं मन्दराद्रि-शिखरं चलितं कदाचित् ॥ मंत्र संख्या : प्रतिदिन 1 माला परिणाम : प्रतिष्ठा एवं सौभाग्य-वृद्धि होती है। तेजस्वी आभामंडल का निर्माण होता है। Related Articles Mantra For Abdominal Therapy | उदर चिकित्सा मंत्र Mantra For Healing | आरोग्य मंत्र Mantra For Universal Victory | सर्वत्र विजय मंत्र Mantra For Victory Supplier | विजय प्रदायक मंत्र Mantra For Dread Deterrent | भय निवारक मंत्र