- नवकारशी का पच्चक्खाण करने से 100 वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- पोरिशी का पच्चक्खाण करने से 1,000 वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- साडपोरिशी का पच्चक्खाण करने से 10,000 वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- परिमुड्ढ का पच्चक्खाण करने से 1,00,000 वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- नीवी का पच्चक्खाण करने से 1,00,00,000 वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- आयंबिल का पच्चक्खाण करने से 1 हज़ार करोड़ वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- उपवास का पच्चक्खाण करने से 10 हज़ार करोड़ वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- छठ्ठ का पच्चक्खाण करने से 1 लाख करोड़ वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
- अठ्ठम का पच्चक्खाण करने से 10 लाख करोड वर्ष का नारकी का आयुष्य क्षय होता हैं
इस प्रकार एक एक उपवास बढ़ाने पर दस गुणा फल प्राप्त होता है। यानि इतने वर्षों तक के नरक पाप साफ होने लगते हैं