बाळ मारो दिलनो टुकडो,
लागे केवो मीठडो मीठडो….(१)
हसी तारी एवी जाणे, मलके ऋषभजी,
शंख जेवी आंखो जाणे, गिरनारी नेमजी,
नाना नाना पगला तारा, नाना नाना हाथ,
देवीओ घेली बनती जोई,
तुजने मारा बाळ,
बनजे एवो वीरलो,
दुनियानो तारणहारो…
बाळ मारो दिलनो टुकडो,
लागे केवो मीठडो मीठडो…(२)
कंठ तारो एलो मधुरो,
जाणे कोयल टहुके,
रूप तारुं एवुं शोभे,
जाणे हंस गहेके,
कमळ जेवा कोमल-कोमल,
गोरा-गोरा गाल,
गुलाब जेवा सुंदर-सुंदर,
होठ तारा लाल..
बनेजे एवो वीरलो,
सृष्ठिनो पालनहारो,
बाळ मारो दिलनो टुकडो,
लागे केवो मीठोडो मीठडो…(३)
धर्म प्रेमी, धर्म भक्त,
धर्म रागी बनजे,
नीडर थईने शासननी,
सेवा खूब करजे, जैन छे तुं,
जैन कुळनी, शान वधारजे,
शासन कदी दुभायना,
सत्व एवुं राखजे,
बनजे एवो वीरलो, शासननो रक्षणहारो,
बाळ मारो दिलनो टुकडो,
लागे केवो मीठोडो मीठोडो…(४)