भावना एक मेरी प्रभु स्वीकार लेना (Bhavana Ek Meri Prabhu Swikar lena…..)

भावना एक मेरी प्रभु स्वीकार लेना (Bhavana Ek Meri Prabhu Swikar lena…..)

भावना एक मेरी प्रभु स्वीकार लेना (Bhavana Ek Meri Prabhu Swikar lena…..)

(तर्ज- थोडा सा प्यार हुआ है…)

भावना एक मेरी प्रभु स्वीकार लेना

डूबे ना नाव मेरी – २, इसे तु तार लेना                  भावना एक मेरी….

शरण हमने लिया है, अर्पण तुम्हे किया है

दिल में बसा लिया, ये दिल तुमको दिया है

आज आकार खड़ा हूँ – २ मुझे यू तार लेना            भावना एक मेरी….

नाथ तुमसा मिला है, ह्रदय का बाग खिला है

कर्मो का राज हिला है मुझे सरताज मिला है

तुम्हे पाकर खुशी है – २, कोई ना नाथ मेरे            भावना एक मेरी….

ज्ञान तुमने दिया है, पान उसका किया है

आज हर्षित जिया है गम को भुला दिया है

भाव की पुष्प माला – २, इसे तुम धार लेना           भावना एक मेरी….

प्रभु तुमने दिखाया, भक्ति का भाव जगाया

आस लेकर बड़ी, दर्शन तेरा सुहाया

जैन ज्ञान आया – २, रटन है दिवस रेना               भावना एक मेरी….

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