छोड़ी ने संसार (Hindi Lyrics) जैन दिक्षा गीत
छोड़ी ने संसार -2 , त्यागी ने संसार ,
मारे करवो आत्मोद्धार छे,
प्रभु देशना नो सार-2
आ संसार तो असार छे ,
संयम जीवन सार छे
छोड़ी ने …
कोई सुख ने चाहे छे ,
पण सुख नथी मलतु,ऐनु मन थाके छे,
कोई सुख ने चाहे छे ,
पण सुख नथी मलतु , त्याग भाव जागे छे,
आवा त्याग ने , आ वैराग्य ने दुखगर्बित कहवाय छे-2
क्षणिक कहवाय छे
मिथ्या वचन सुणी ,
संसार ने छोड़े,संयम शुद्ध ना पाले,
मिथ्या वचन सुणी ,
संसार ने छोडे , स्वछंदता ना त्यागे,
आवा त्याग ने , आ वैराग्य ने मोहगर्बित कहवाय छे,
ऐ तो निष्फल जाय छे
तत्त्वों ने समजे ,
गुणों ने धारी, संसार नो त्याग करे,
तत्त्वों ने समजीने ,
गुणों ने धारीने , गुरु नो स्वीकार करे,
आव त्याग ने , आ वैराग्य ने ज्ञानगर्बित कहवाय छे -2,
जेथी मोक्ष जवाय छे
त्यागी बनवू छे ,
वैरागी बनवू छे,वीतरागी बनवू छे,
त्यागी बनवू छे ,
वैरागी बनवू छे,गुणानुरागी बनवू छे,
गुरु जयंतसेन-2 शिष्य निपुण कहवाय छे-2
आनंद वरताय छे
छोड़ी ने संसार -2 ,
त्यागी ने संसार , मारे करवो आत्मोद्धार छे,
प्रभु देशना नो सार-2 आ संसार तो असार छे ,
संयम जीवन सार छे