दादा आदेश्वरजी, दादा आदेश्वरजी दुरथी आव्यो दादा दर्शन दो…
कोई आवे हाथी घोडे, कोई आवे चढे पलाणे कोई आवे पग पाळे,
दादा ने दरबार… दादा आदेश्वरजी…
सेठ आवे हाथी घोडे, राजा आवे चढे पलाणे हूं आवुं पग पाळे,
दादा ने दरबार… दादा आदेश्वरजी…
कोइ मूके सोना रूपा, कोइ मूके मोहर कोइ मूके चपटी चोखा,
दादा ने दरबार… दादा आदेश्वरजी…
सेठ मूके सोना रूपा, राजा मूके मोहर हूं मुकु चपटी चोखा,
दादा ने दरबार… दादा आदेश्वरजी…
कोइ मांगे कंचन काया, कोइ मांगे आँख कोइ मांगे चरणों नी सेवा,
दादा ने दरबार… दादा आदेश्वरजी…
पांगळो मांगे कंचन काया, आंधळो मांगे आँख हूं मांगु चरणों नी सेवा,
दादा ने दरबार… दादा आदेश्वरजी…
“हीरविजय” गुरु हीरलो ने, वीरविजय गुण गाय ना दर्शन करता,
आनंद अपार… दादा आदेश्वरजी…