धन्य धन्य बनाविश जन्म माहरो
मने पंथ जड्यो छे दादा ताहरो
जे पथ पर चाल्या स्वयं तीर्थंकरो,
ऐवो पंथ जड्यो छे दादा ताहरो
धन्य धन्य बनाविश जन्म माहरो
मने पंथ जड्यो छे दादा ताहरो
कोइ कहशे के हैये मने डर हशे
कोइ कहशे के मुसकिल सफर हशे
मने विश्वास छे मारा शासन पर
जेनी करुणा थि भिनि आ सृष्टि सफ़र
गुरु भगवंत न मल्यो मने आशरो
जेना द्वारे बैठा स्वयं तीर्थंकरो
धन्य धन्य बनाविश जन्म माहरो
मने पंथ जड्यो छे दादा ताहरो
ज्यारे संयम अपाशे हशे मुक्ति लक्ष
नाचिष ओघो लैने हु शु नई समक्ष
मनमा राखिस सत्य अहिंसा नू पक्ष
दादा रहेजो हजूरा हजूर प्रत्यक्ष
मारा श्वाश माँ श्वास नवो पात्रो
लखि आपो मुक्तीसुख ना हस्ताक्षरो
धन्य धन्य बनाविश जन्म माहरो
मने पंथ जड्यो छे दादा ताहरो
भले चलता विहारो मा कांटा खुचे
भले कोई मने सुख सहायता पूछे
भले ना कोइ मान मने भले पूछे
भले कोइ मने गुरु जेम पूजे
नहि बन्धिश हु आशा ना वादलो
राखीश समता न शाता मा हर परों
धन्य धन्य बनाविश जन्म माहरो
मने पंथ जड्यो छे दादा ताहरो
जेना द्वारे बैठा स्वयं तीर्थंकरो
ऐवो पंथ जड्यो छे दादा ताहरो
लखि आपो मुक्तीसुख ना हस्ताक्षरों
|| ધન્ય ધન્ય બનાવીશ જન્મ માહરો ||रोलो