He Jeev Jara Sambahl | Jain Stavan | Hindi Lyrics

He Jeev Jara Sambahl | Jain Stavan | Hindi Lyrics

HE JEEV JARA SAMBHAL (Hindi Lyrics) Jain Stavan

हे जीव जरा सांभल , तू शु करी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे 

उत्तम तने जिमडयो , भव साधनाज करवा

एने गुमावे छे तू , साधनोने मिलववा

रत्नों ने फेकी ने तू , पत्थर विणी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे

जेने तू माने तारो ,आ भव नो छे आ साथी

शाने करे छे तू राग , शाने करे छे मैत्री

आत्मा ने भूली ने तू , काया चुकी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे

शैशम विती गयो छे , यौवन रह्यो छे विती 

आवी रह्यो छे घड़पळ, मृत्यु रह्यो छे ताकी

समय ने तू गुमावी, धन ने लूटी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे

स्वजन सगा ने मित्रो,सहु ए तने छे व्हाला

स्वार्थ पुरोज थाता, थई जाए छे पराया

पर ने पोताना करवा,शाने मथी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे

दर्शन तारो नथी शुद्ध,ने ज्ञान पण छे काचु

व्रत मा घड़ा छे चित्रो,तप ना करे तो जाजू

पाया विना तू शाने , महल चढ़ी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे

जिनराज तुजने मल्या, सद्गुरु ने तू पाम्यो

जिनवचनो पर साचु,विश्वास ते छे कर्यु

आटलु मल्या पछी तू,हवे शु शोधी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे

हे जीव जरा सांभल , तू शु करी रह्यो छे

छे क्या जवानु तारे , ने क्या जई रह्यो छे 

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