त्रिशला नन्दनम, प्रभु परमेश्वरम,
स्वीकारो प्रभु मेरा आमंत्रणम ।
कोन कहता है भगवान आते नहीं,
चंदना की तरह हम बुलाते नहीं ॥
यशोदा वल्लभम् वीर जिनेश्वरम,
स्वीकारो प्रभु मेरा आमंत्रणम ।
कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
मैय्या त्रिशला के जैसे हम सुलाते नहीं ॥
त्रिजगदीश्वरम, मम हृदयेश्वरम,
स्वीकारो प्रभु मेरा आमंत्रणम ।
कौन कहता है भगवान सुनते नहीं,
गौतम स्वामी की तरह हम सुनाते नहीं ॥
ॐ ह्रीं श्री अर्हम, महावीरेश्वरम,
स्वीकारो प्रभु मेरा आमंत्रणम,
कौन कहता है भगवान मिलते नहीं,
चांदना की तरह हम बुलाते नही