नगर-नगरना नाथ शोभे,
मुनिसुव्रत महाराज…
नगरना भगवान पधार्या,
रत्नाकर महाराज… (१)
देवविमान सम जिनमंदिरथी,
अजित प्रभुजी आव्या,
राजमहल सम जिनमंदिरमां,
पद्मानंदने लाव्या,
अजित-सुव्रतनो नाद गूंजे,
मनमंदिरमां आज,
नगरना भगवान पधार्या,
रत्नाकर महाराज…
नगर-नगरना नाथ शोभे,
मुनिसुव्रत महाराज… (२)
घर-घरमां श्री धर्मना तोरण,
लक्ष्मीसूरि ए बांध्या,
रात्रिभोजन ने कंडमुदना,
पाप द्वार छोडाव्या,
नगर-नगरना श्वास छे,
लक्ष्मीसूरि महाराज,
नगरना भगवान पधार्या,
रत्नाकर महाराज…
नगर-नगरना नाथ शोभे,
मुनिसुव्रत महाराज… (३)
नगरना नाथनी ध्वजा तो,
आ गुरु ए फरकावी,
संयम जीवननी सालगिरि,
आजे आंगण आवी,
रत्नम ने मनगमता छे,
मरुधर रत्न महाराज,
नगरना भगवान पधार्या,
रत्नाकर महाराज…
नगर-नगरना नाथ शोभे,
मुनिसुव्रत महाराज… (४)
मुनिसुव्रत महाराज,
जय जय मुनिसुव्रत महाराज,
नगर-नगरना नाथ,
जय जय मुनिसुव्रत महाराज,
रत्नाकर महाराज,
जय जय रत्नाकर महाराज,
नगरना भगवान पधार्या,
रत्नाकर महाराज…
नगर-नगरना नाथ शोभे,
मुनिसुव्रत महाराज… (५)