श्री नाकोडा भैरवजी की आरति |Nakoda Bhairav Aarti |
ॐ जय जय जयकारा, वारी जय जय झंकारा,
आरति उतारो भविजन मिलकर, भैरव रखवाला,
वारी जीवन रखवाला ॐ जय जय जयकारा ।।1।।
तुं समकित सुरनर मन मोहक, मंगल नितकारा, वारी मं.,
श्री नाकोडा भैरव सुंदर, जन मन हरनारा,
ॐ जय जय जयकारा ।।2।।
खडग त्रिशुल धर खप्पर सोहे, डमरु कर धारा, वारी ड.,
अद्भूत रुप अनोखी रचना, मुकुट कुंडल सारा,
ॐ जय जय जयकारा ।।3।।
ॐ ह्रीँ क्षाँ क्षः मंत्रबीज युत, नाम जपे ताहरा, वारी ना.,
रिद्धि सिद्धि अरु सम्पद मनोहर, जीवन सुखकारा,
ॐ जय जय जयकारा ।।4।।
कुशल कर तेरा नाम लिया नित, आनन्द करनारा, वारी आ.,
रोग शोक दुःख दारिद्र हरता, वांछित दातारा,
ॐ जय जय जयकारा ।।5।।
श्रीफल लापसी मातर सुखडी, लड्डु तेलधारा वारी ल.,
धुप दीप फूल माल आरति, नित नये रविवारा,
ॐ जय जय जयकारा ।।6।।
वैयावच्च करता संघ तेरी, ध्यान अडग धारा, वारी ध्या.,
‘हिंमत’ ‘हित’ से चित में धरता, ‘भव्यानंद’ प्यारा,
ॐ जय जय जयकारा ।।7।।
दो हजारके शुभ संवत्सर, पोष मास रसाला, वारी पो.,
श्री संघ मिलकर करे आरति, मंगल शिव माला,
ॐ जय जय जयकारा ।।8।।