नवकार वंदना | Navkar Vandana
नवकार मारा हृदय मां नवकार मारा जीवन में,
नवकार मारी आंख मां नवकार मारा स्मरणमां,
नवकार मारा होठ पर नवकार मारा श्वासमां,
नवकार मारो नाथ छे नवकार मारो आतमा ||१||
नवकार मारा ध्यानमां, नवकार मारा गाना,
नवकार मारा चित्तमां नवकार मारा प्राणमां,
नवकार मारा मस्तके, नवकार मारी यादमां,
नवकार मारो नाथ छे नवकार मारो आत्मा ॥२॥
नवकार की आराधना जीवन तणो सणगार छे,
नवकारनी शुभ साधना सहु मंत्र नो आधार छे
नवकारना शरणे रहेवु एज मुज निर्धार छे
नवकार पर जेने भरोसो ते सहु भव पार छे ॥३॥
नवकार पापोने हणे नवकारथी कर्मो टले,
नवकार विपदाने हरे, नवकारथी सिद्धि मले,
नवकारने भूली जनवरी, दुखना दरिये पडे
नवकारने समरे सतत तेने पर संपद फले ॥४॥
नवकारना एकेक पदमां तीर्थशतनो वास छे
नवकारनो प्रत्येक अक्षर नित्यने अविनाश छे
नवकार मां परमात्मा पद आप नारी शक्ति छे
नवकार मुज सर्वस्व छे नवकार मुज भक्ति छे ॥५॥
नवकार नी पूजा करु नवकार नी ज उपासना
नवकार हरशे जनम जनमोनी पुराणी वासना,
नवकार नीज सुवास थी मुझे आत्मा सुरभित करुं
नवकार का जाप थी हुं पाप संताप करु ॥18॥
नवकार अमन कुमार ने अग्नि थी रक्षी गयो
नवकार वानरने य ऊंचु देवपद बक्षी गयो.
नवकार बलथी शिवकुमार भूत भय जीत्यो हतो
नवकार मारा में में गीत थईने गुंजतो ॥७॥
अरिहंत भगवंत अने श्री सिद्ध भगवंतों सह
आचार्य भगवंत उपाध्याय आने साधु साहू
नवकार मां शोभी रह्या, पांडेय ने वंदन करूं
आ पापनाशक वंदना हुं महामंगल करुं ॥८॥
एक लाख के नवलाख जापे तीर्थंकर पद आपको
नवलाख जापे नरकगतिना दुःख दुर्गम कापतो
नवकार शांति ने समाधि आप तो संसार में.
भूलूँ नहीं नवकार श्रद्धा मने नवकार मां ॥९॥
श्री सिद्ध पदमा हूं बिराजे, आवता अवतार मां,
नाकारथी संसार ला विसरु बाळु नवकारमां,
आ भगवान धरनार ने महामंत्र आ चोक्कस फले,
नवकार साधक सहुने प्रश समय नवपद मले. ॥१०॥