नेमिनाथ नेमिनाथ…
अंतर मन का एक ही साद,
भक्त तुझे करते है याद,
रोम रोम में नेमनाद…
हर धड़कन में नेमनाद…(१)
गुण गाउं तेरे, नयनों से आंसु बहे,
चरण तेरे, धरे जो हर्ष भरे रे,
संसार का राग तोडु,भक्ति में मन जो डु,
करुणा कर ऐसी तुं,मीठ जाए भव फेरा,
नेमिनाथ नेमिनाथ…
अंतर मन का एक ही साद,
भक्त तुझे करते है याद,
रोम रोम में नेमनाद…
हर धड़कन में नेमनाद… (२)
नाम तेरा जो, गुणकारक दोषहर्ता,
तुं साथ मेरे, तो कर्म से नहीं डरता,
धर्म नायक मार्ग दाता, देवाधिदेव सदा,
तेरे हाथों से बहने दे, संयम की ये धारा,
नेमिनाथ नेमिनाथ….
अंतर मन का एक ही साद,
भक्त तुझे करते है याद,
रोम रोम में नेमनाद…
हर धड़कन में नेमनाद… (३)
गिरनार मंडण नेमिनाथ,
नेमिनाथ नेमिनाथ…
अंतर मन का एक ही साद,
नेमिनाथ नेमिनाथ…
भक्त तुझे करते है याद,
नेमिनाथ नेमिनाथ..
रोम रोम में नेमनाद…
हर धड़कन में नेमनाद… (४)