नेमनो हेम, हेमनो नेम, नेमनो हेम….
तारा पंथे चालवा, तारी साथे दोडवा,
प्रभु आवुं तारी पासे, तारो हाथ झालवा,
ओ मारा नाथ, मारे माथ, राखजो हाथ, देजो साथ,
मारे जीववुं तारा जेवुं, मारे बनवुं तारा जेम…
मारे बनवुं नेम, गिरनारी नेम…
मारा हेमनो नेम, मारे बनवुं नेम….(१)
तुं छे भरोसो मारो, तुं ज विश्वास छे,
हृदय धबकार तुं, तुं ज मारो श्वास छे,
मारा रोम-रोममां तारी सुवास छे,
मारी रग-रगमां प्रभु, एक तारो वास छे,
ओ मारा नाथ, मारे माथ, राखजो हाथ, देजो साथ,
आ जीवन तारा नामे, बस तुं ज छे मारो प्रेम…
मारे बनवुं नेम, गिरनारी नेम…
मारा हेमनो नेम, मारे बनवुं नेम…(२)
जय जय जय श्री नेमिनाथ, जय जय जय गरवो गिरनार..
शौरीपूरी सहसावन नाथ, रोमे रोमे गिरनार…
नेम तुं छे प्राण आधार, मन मोही लीधुं गिरनार..
राजीमति तणा भरतार, मारा दिलमां धडके गिरनार..(३)
तुंज छे दुनिया मारी, तुं ज मारी आस छे,
तुंज छे जीवन मारूं, तुं ज मारी प्यास छे,
तारी आज्ञा शिरधारी, मुक्तिनी अभिलाष छे,
बने हेम आतम मारो, दासनी अरदास छे,
ओ मारा नाथ, मारे माथ, राखजो हाथ, देजो साथ,
तारा रसमां, तारे ध्याने, हवे बनवुं छे साचो हेम…
मारे बनवुं नेम, गिरनारी नेम…
मारा हेमनो नेम, मारे बनवुं नेम…(४)