प्रभु आप अविचलनामी छो, गुणगामी छो विसरामी छो.
ने अक्षय सुखना धामी छो, अमने अक्षय सुख आपोने.प्र०
आ भव वनमां भमतां भमतां, बहुकाळ गयो रमतां रमतां,
अंते आव्यो तमने नमतां, अमने अक्षय सुख आपोने.प्र०
आ नाव अमारुं भर दरिये, तुं तारे तो स्हेजे तरिये,
बीजे क्यां जईने करगरीअे, अमने अक्षय सुख आपोने.प्र०
आ मुद्रा छे मोहनगारी, भव्योना संकट हरनारी,
हे श्याम जीवन अम सुधारी, अमने अक्षय सुख आपोने.प्र०