प्रभु तने जोया करूं,
तारा गुणो गाया करूं,
स्मरण हुं करु दिवस ने रात,
मारा नाथ…
प्रभु तने जोया करूं,
तारा गुणो गाया करूं,
स्मरण हुं करु
दिवस ने रात, आदिनाथ….(१)
मनमंदिरमां तुझ रेहतो,
रग-रगमां तुझ वेहतो,
मुझ जीवननो तुही तारणहार..
शत्रुंजयना ओ महाराजा,
नाम तमारू ऋषभ राजा,
मुझ जीवननो तुही तारणहार..(२)
ओ दादा बोलावोने,
याद तारी आवे छे,
बस एक मोरी आश
पुरी करोने महाराज, आदिनाथ….(३)
प्रभु तने जोया करूं,
तारा गुणो गाया करूं,
स्मरण हुं करु दिवस ने रात,
मुझ जीवननों तारणहार… तारणहार रे…
प्रभु तने जोया करूं…(४)