प्रभु तुम नाम छे नाथ अनंत, तुम गुण पण छे अकल अनंत,
छे अनंत सुख तुज भोग, वीर्य अनंत नो कर्यो वियोग,
प्रभु तुम नाम छे नाथ अनंत, तुम गुण पण छे अकल अनंत…
वीर्य अनंत तुज पासे वसे, ज्ञान अनंते तुं उल्लसे,
इम अनंत दर्शन श्रीकार, आप अनंता थया अविकार,
प्रभु तुम नाम छे नाथ अनंत, तुम गुण पण छे अकल अनंत…
तू अनंत करुणा जल कूप, ताहरी ज्योति अनंत सरूप,
तू अनंत वाणी विस्तरे, तेहथी अनंत तरे,
प्रभु तुम नाम छे नाथ अनंत, तुम गुण पण छे अकल अनंत…
द्रव्य अनंत तुजने प्रत्यक्ष, तिम अनंत पर्याय लक्ष,
तू अनंत लक्षण नो गेह,बल अनंत पूरण तुज देह,
प्रभु तुम नाम छे नाथ अनंत, तुम गुण पण अकल अनंत
ते माटे सुण देव अनंत, ताहरी छे प्रभु शक्ति अनंत,
मुजने पण सुख देहि अनंत, दान कहे धरी हरख अनंत,
प्रभु तुम नाम छे नाथ अनंत, तुम गुण पण छे अकल अनंत…