संयम आपो सुखकारी गुरुराज (Hindi Lyrics) जैन दिक्षा गीत
संयम आपो सुखकारी गुरुराज, -2
पार उतारो मारो जीवन जहाज
परोठिये करू आतम ध्यान ,
प्रतिक्रमण आपे मुजने विश्राम,
पडीलेहन करू जीव रक्षाकाज
पार उतारो मारो जीवन जहाज
सूत्र पोरसी नो आनंद मानु ,
अर्थ पोरसी थी तत्त्व हु जाणु,
स्वाध्याय नो मारे सजवो छे साज
पार उतारो मारो जीवन जहाज
चैत्यवंदन थी दर्शन शुद्धि ,
सज्जाय थी थाय ज्ञान निवृत्ति,
रोमे रोमे गूंजे प्रभु नो आवज़
पार उतारो मारो जीवन जहाज
निर्दोष गोचरी पामवा सारू,
घर घर फरी जिन आणा पालू,
शान वदारु जिनशासन नी आज
पार उतारो मारो जीवन जहाज
वाचना सुनु गुरुवर नी प्यारी,
हैय्ये वसावु जिन आगम धारी,
धरु हु तो श्रुतज्ञान तणो ताज
पार उतारो मारो जीवन जहाज
प्रभु नी वाणी नो पान करावू ,
मोक्ष नगर नी भावना भावु,
जागी छे मनमा जिन वचनों नी दाज
पार उतारो मारो जीवन जहाज
दर्शन ज्ञान नी साधना सादु ,
चारित्र पद ने जल्द आराधु
जयंत गुरु पर करिये सहु नाज़
पार उतारो मारो जीवन जहाज