Saiyam Keval Nirvanam (Hindi)

Saiyam Keval Nirvanam (Hindi)

संयम केवल निर्वाणम्, नमीए नेमि जिनेश्वरम्… 

सिध्धक्षेत्र सिध्धाचलम्, भावे पूजीए आदिश्वरम्…(१)

 

अतित अनागत वर्तमानमां, सिद्धि आपे गिरिवरम्, 

अनंता सिद्धोनी भूमिमां, मुक्ति आपे गिरिवरम्,

 शाश्वत तीर्थनो स्पर्श करीने, वंदु सवि जिनेश्वरम्, 

नमीए नेमिश्वरम्… पूजीए आदिश्वरम्…(२)

 

मनमोहन मूरत मोहती, मनमोहक मंदिरीये, 

ललित पताका सोहती, उंचा उंचा अंबरीये, 

शशि रविना तेज छे झांखा, जेना पुण्य प्रकाशे, 

जगपालक वसीयो रे त्यां, सिद्धोना ए आवासे,

धर्म धुरंधर नाथजी मारा, प्राण प्यारा परमेश्वरम्,

नमीए नेभिश्वरम्… पूजीए आदिश्वरम्…(३)

 

 कदंब हस्त महातीर्थम्, भावे पूजीए आदिश्वरम्… 

प्रशम प्रभव प्रभंजनम्, नमीए नेमि जिनेश्वरम्…(४)

 

पावन पंचमगिरि पर शोभे, नेमजीनो प्रासाद,

 सहसावने केवलभूमिमां, विरतिव्रतनो साद,

 शाश्वत हेमगिरिमां गुंजे, ऋषभजी महाराज,

 जयकारा हर्षे करीने, जईए सहु सिद्धराज, 

नेमि आदि “अंकित” करी, पामुं परम तीर्थेश्वरम्,

नमीए नेभिश्वरम्… पूजीए आदिश्वरम्…(५)

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