SAIYAM SACHU CHE (Hindi Lyrics) Jain Diksha Song
साचा सुख ने पामवा एकज छे सथवार..
दुशम आ कलिकालमा पण मुक्तिनो अंसार..
साचा सुख ने पामवा एकज छे सथवार
दुशम आ कलिकालमा पण मुक्तिनो अंसार
असार आ संसार थी करावे जे निस्तार
संयम जीवन तो मानव भव नो सार..
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे…साचे साचु छे…
लोकनीति शिकवि ऋषभजि मांडे जे पगथार..
चक्री पद छोड़ी शांतिजी वेहता जेणो भार..
जेणे पामवा नेमजी पण छोड़े राजुल नार..
संयम जीवन तो मानव भाव नो सार..
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे…साचे साचु छे…
जगजयवंता पासजी गाता जेना गुणो अपार..
परमविरागी वीरजी जेणो ले सहकार..
चक्रवर्ती ने राजाओ पण जेणो करे स्वीकार..
संयम जीवन तो मानव भाव नो सार..
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे…साचे साचु छे…
संसारे डूबता जीवने देशे ऐ आधार..
मोहमा खुप्या जीव नो करशे ऐ उद्धार..
एवु संयम पामवा चालो करिये निर्धार..
संयम जीवन तो मानव भाव नो सार..
परखवा जेवु संयम।। प्रार्थवा जेवु संयम।।
पामवा जेवु संयम।। पालवा जेवु संयम।।
जाणवा जेवु संयम।। माणवा जेवु संयम।।
चाखवा जेवु संयम।। राखवा जेवु संयम।।
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे साचु छे।।
साचे साचु छे..
संयम साचु छे…साचे साचु छे…