संयम उनको ही मिले,
जिनके पुण्य महान,
संयम ही मेरा श्वास है, संयम मेरा प्राण,
संयम जो धारण करे,
बनता वो भगवान…(1)
संयम का जय जयकारा,
वैरागी का जयकारा,
करते हम वंदन उनको,
जो त्याग करे जग सारा,
जयकारा जय-जयकारा, जयकारा रे…
जयकारा जय-जयकारा,
जय-जयकारा रे…(2)
मोह के सारे बंधन, तोडने आए,
प्रभु के चरणों से, संबंध जोडने आए,
गुरु के हाथों से, साधु वेष रंगवाए,
केसर हम छांटे, मन की खुशियाँ प्रगटाए,
खुशियों से आंखे है नम,
करे तेरा राजतिलक हम,
वर्षों का तेरा सपना, हो रहा साकारा रे…
जयकारा जय-जयकारा, जयकारा रे….
जयकारा जय-जयकारा,
जय-जयकारा रे…(3)
गुरु के हाथों से, मैंने ओघा पाया है,
जीवन का सबसे प्यारा, पल ये आया है,
खुशियों का सावन, आंखोने बरसाया है,
प्रभु की आज्ञा में,
हर एक रोम समाया है,
गुरु के चरणों में अर्पण,
मेरी हर साँसे धड़कन,
गुरु मणि का शरणा ही,
नेमि का सहारा है….
जयकारा जय-जयकारा, जयकारा रे…
जयकारा जय-जयकारा,
जय-जयकारा रे…(4)