Shree Aadishwar Antarajamee (Hindi)

Shree Aadishwar Antarajamee (Hindi)

श्री आदीश्वर अंतरजामी, जीवन जगत आधार,

 शांत सुधारस ज्ञाने भरीयो, सिद्धाचळ शणगार,

रायण रूडी रे, जिहां प्रभु पाय धरे,

विमलगिरि वंदो रे देखत दुःख हरे,

 पुण्यवंता प्राणी रे, प्रभुजीनी सेवा करे .१

गुण अनंता गिरिवर केरा, सिध्या साधु अनंत;

वळी रे सिद्धशे वार अनंती, इम भाखे भगवंत;

भवोभव केरा रे, पातिक दूर टळे. विमल०२

 वावडीयुं रस कुंपा केरी, मणि माणेकनी रे खाण;

 रत्नखाण बहु राजे हो तीरथ, अेहवी श्री जिनवाण;

सुखना स्नेही रे बंधन दूर करे. विमल०३

 पांच कोडीशुं पुंडरीक सिद्धा, त्रण कोडीशुं राम;

वीस कोडीशुं पांडवमुक्ति, सिद्धक्षेत्र सिद्धठाम;

 मुनिवर मोटा रे, अनंता मुक्ति वरे. विमल०४

अेसो तीरथ और न जगमें, भाखे श्री जिनभाण;

 दुर्गति कापे ने पार उतारे, व्हालो आपे केवलनाण;

भविजन भावे रे, जे अेहनुं ध्यान धरे. विमल० ५

 द्रव्य भावशुं पूजा करतां, पूजो श्री जिनपाय;

चिदानंद शुद्ध आतमवेदी, ज्योतिसे ज्योत मिलाय.

कीरति अेहनी रे, ‘माणेकमुनि’ कहे. विमल० ६

Related Articles