शुं करु दादा तारी याद आवे छे -२
एवं लागे छे के जाणे तूं बुलावे छे
हूं मोहमायामां फासियो, हुं चार गतिमां रुल्यो,
मारुं माएं करवामां, हुं दुखियो थइने भामियो,
पकड़ो मारो हाथ मने तो थाक लागे छे-२
सामे मिठाई छे, पण पेट भराय नहीं,
सागर भरियों सुखनो, पण प्यास बुजाय नहीं,
थोडु देवामां तने शु वार लागे छे-२
केम रिसाया बैठा, तमे समतानां छो दरिया,
नानी नानी मारी आंखोमां आसूं भरिया,
मारी भक्तिमां तने शु खामी लागे छे-२