Ungali Pakadake Tumane Sanmarg (Hindi)

Ungali Pakadake Tumane Sanmarg (Hindi)

उंगली पकडके तुमने, सन्मार्ग है बताया,

उसे पाना है मुझे, संयम दिलादो;

पापा में तेरी मलीका, टुकडा हुँ माँ के दिल का,

करने में साधना चली, संयम दिलादो;

संयमकी राहो में चलो, शुरवीरो (१)

लगती जुदाई है पर, नजदीकीयां है,

संबंध बदले फिर भी, प्यार सदा है;

आंखे न युं भीगाओ, और हाथको उठाओ,

रखदो उन्हें मेरे सर, संयम दिलादो;

वीरतीकी राहो में चलो, शुरवीरो (२)

संयमकी राहें चाहे, कष्टभरी हो,

मनमें प्रभु शासनकी, ज्वाला भरी हो;

आग्नाहो मेरा धरम, वीरतीमें निकले ये दम,

मक्कम बने ईरादें, संयम दिलादो;

मुक्तिकी राहोमें चलो, शुरवीरो (३)

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