मंत्र : सिंहासने मणि-मयूख-शिखा-विचित्रे, विभाजते तव वपुः कानका-वदातम । बिम्बं वियद्-विलस-दंशु-लता-वितानं, तुंगोदयाद्रि-शिरसीव सहस्त्र-रश्मेः ॥ मंत्र संख्या : प्रतिदिन 1 माला प्रयोग विधि : १०८ बार पानी को अभिमंत्रित कर रोगी को पिलाएं। परिणाम : नेत्र पीडा व बिच्छू विष नाशक |
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