Vairagya Shatak | Gatha 23 Jain Stotra

  • 23. Vairagya Shatak | वैराग्य शतक

    न सा जाइ न सा जोणी , न तं ठाणं न तं कुलं । न जाया न मुया जत्थ , सव्वे जीवा अणंतसो ॥२३ ॥ : अर्थ : इस संसार में ऐसी कोई जाति नहीं , ऐसी कोई योनि नहीं , ऐसा कोई स्थान नहीं , ऐसा कोई कुल नहीं…

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