शिकोहपुर में स्थित जैन मन्दिर में मूर्तियों को चोरी करने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफतार। चोरी की गई करोडो स्पये मूल्य की 25 मूर्तियां भी बरामद (19-01-2016)
दिनांक 29/30.12.2014 की रात को शिकोहपुर स्थित सिद्धान्त तीर्थ जैन मन्दिर के दरवाजे तोडकर कुछ बदमाशों ने जैन मन्दिर से 46 बेशकीमती मूर्तियां, 9 चांदी के छत्र, 6 स्फटिक के चरण कमल, एक बडी स्फटिक माला व दान पात्रों में से लगभग 25 हजार रूप्ये लूटकर ले गए थे। चोरी हुई इन जैन मूर्तियों की कीमत लगभग एक करोड रूप्ये थी। जिस बारे मु.न. 633 दिनांक 30.12.2014 धारा 395, 412 भा.द.स थाना खेडकी दौला गुडगांव अंकित किया गया। जैन मन्दिर में हुई लूट/चोरी की इस सनसनीखेज वारदात को गुडगांव पुलिस ने गम्भीरता से लिया था तथा कई टीमें गठित करके इस केस को सुलझाने के प्रयास शुरू कर दिए गए थे तथा गुडगांव पुलिस द्वारा इस मामले में माल व बदमाशों को पकडने हेतू एक लाख रूप्ये का ईनाम रखा हुआ था।
इन बदमाशों को पकडने के लिए व लूटे गए सामान कि बरामदगी के लिए एक SIT गठन किया गया था। पुलिस आयुक्त द्वारा इस मामले की लगातार समीक्षा की गई व अनुसन्धान अधिकारियों को लगातार दिशा निर्देश दिये जाते रहे थे जिसके परिणाम स्वरूप इस वारदात को अन्जाम देने वाले बदमाशों को पकडने और लूटे गए सामान, मूर्तियों को बरामद करने में पुलिस को बडी कामयाबी मिली है इस वारदात को अन्जाम देने वाले दो बदमाशों सागर चैधरी उर्फ जहांगीर उर्फ बहादुर उर्फ गजनी बंगाली निवासी नोदिया (प.बंगाल) व सईफूल निवासी नोदिया (प.बंगाल) को SI दिनेश कुमार व ASI जितेन्द्र की टीम ने काबू किया। पूछताछ पर इन्होने बतलाया कि लगभग एक साल पहले इन्होने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अन्जाम दिया था जिनका नाम व पता निम्न प्रकार हैः-
1.सागर चैधरी उर्फ जहांगीर उर्फ बहादुर उर्फ गजनी बंगाली निवासी नोदिया प.बंगाल।
2.सईफूल निवासी नोदिया प.बंगाल।
3.टीनू उर्फ सोनू निवासी बांग्लादेश।
4.राहुल खान निवासी बांग्लादेश।
5.ज्हांगीर उर्फ जफरूदीन उर्फ मलाम निवासी प.बंगाल।
6.जगबन्धु उर्फ जगत उर्फ कालू निवासी रामपुर यू.पी।
7.सुहाक बंगाली निवासी प.बंगाल।
पकडे गए उपरोक्त बदमाशों के कब्जा से पुलिस थाना खेडकी दौला की टीम ने 25 बेशकीमती जैन भगवान कि लूटी गई मूर्तिया व 25 हजार रूप्ये बरामद किए है इसके अतिरिक्त दीवार तोडने में प्रयुक्त सामान को भी पुलिस टीम ने उसे भी बरामद किया गया है पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि अष्टधातु और छत्र इन्होने गाजियाबाद के एक कबाडी मो. इरसाद अली को बेचे थे। गाजियाबाद से पुलिस टीम ने उसे भी गिरफतार करके उससे बेचे गए सामान कि धनराशि 50 हजार रूप्ये बरामद किए गए है बाकि के दोषियों को गिरफतार करने व बाकी सामान की बरामदगी हेतू उपरोक्त दोषियों को माननीय अदालत में पेश करके पूछताछ हेतू पुलिस हिरासत जिया जाएगा। इनसे पूछताछ के दौरान निम्नलिखित तथ्य सामने आयेः-
1.इनसे पूछताछ पर यह भी खुलासा हुआ कि वारदात करने से पहले व वारदात के समय इन सभी का फोन Conference Mode पर रहता था तथा सभी आपस में हो रही बातों से एक दूसरे के सम्पर्क में थे।
2.मन्दिर के दरवाजे, दीवार आदि तोडने के लिए प्रयोग किए गए औजार बहुत अत्याधुनिक तथा Latest technology के है जो कि एक बेहतरीन बैग में पैक करके रखते थे।
3.वारदात करने से पहले सडक के नजदीक पेछो के नीचे इन्होने अपनी गाडी को खडा किया तथा चोरी करने से पहले मन्दिर की दीवार के पास खेतो में लगभग 3 घन्टे छुपे रहे थे।
4.पकडा गया बदमाश सागर चैधरी उर्फ गजनी बहुत गठीले शरीर का है तथा प्रतिदिन लगभग 6 घन्टे जिम करता है।
5.इस वारदात को अन्जाम देने से पहले इन्होने तीन दिन तक कबाडा बीनने वाले का वेश बनाकर जैन मन्दिर व उस स्थान कि रैकी की थी।
6.लूट की वारदात को अन्जाम देने के लिए ये सैन्ट्रो कार में सवार होकर आए व वापिस गये।
7.कई जैन मन्दिरों की तस्वीर और नक्शे भी इनके कब्जा से मिले है।
8.इनके द्वारा लूटी गई मूर्तियों को फरीदाबाद व गाजियाबाद से बरामद किया गया है।
9.ये किसी लूट की वारदात को अन्जाम देने से पहले उस जगह की अच्छी तरह से रेकी करते थे तथा आश्वस्त होने व सारी जानकारी लेने उपरान्त ही वारदात को अन्जाम देतें थे।
10.पकडे गए उपरोक्त तीनों दोषियो के खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद में लूट, डकैती व चोरी के कई मुकदमें दर्ज है।
11.सागर चैधरी उपरोक्त इससे पहले सात साल की सजा तिहाड जेल में व 5 साल की सजा डासना यू.पी की जेल में काट चुका है।
12.इस वारदात का मुख्य सूत्रधार सईफूल है जिसको गाजियाबाद से 18.01.2016 को गिरफतार किया जा चुका है।
13.वारदात करते समय गिरोह के सभी सदस्य ऐसे जुते पहनते थे जो बिल्कुल भी आवाज नहीं करते थे।