उदर चिकित्सा मंत्र
ऊँ कले विकले स्वाहा |
प्रयोग विधि : 21 बार मंत्र का उच्चारण कर पेट पर हाथ फेरे |
परिणाम : पेटदर्द समाप्त होता है |
उदर चिकित्सा मंत्र
नास्तं कदाचिदुपयासि न राहु-गम्यः
स्पष्टी-करोषि सहसा युगपज्जगंति ।
नाम्भोधरोदर-निरुद्ध-महा-प्रभावः
सूर्यातिशायि-महिमासि मुनीन्द्र लोके ॥
मंत्र संख्या : प्रतिदिन 1 माला |
प्रयोग विधि : उदर पीड़ा के समय मंत्र से पानी को अभिमंत्रित करें |
परिणाम : उदर रोग समाप्त होता है | शारीरिक पीड़ा को काम करता है |