1 | परमात्मा महावीर ने किस भव में समयक्त्व प्राप्त किया था | नयसार के भव में |
2 | समकित प्राप्ति के पश्चात् परमात्मा महावीर के कितने भव हुए | 27 |
3 | परमात्मा महावीर ने किस नगरी में समयक्त्व प्राप्त किया था | अहिच्छत्रा नगरी |
4 | प्रथम भव में प्रभु महावीर किस नगर के निवासी थे | पृथ्वीप्रतिष्ठान नगर के |
5 | पृथ्वीप्रतिष्ठान नगर का राजा कौन था | शत्रुमर्दन |
6 | तीसरे भव में प्रभु महावीर किसके पुत्र थे | भरत चक्रवर्ती के |
7 | तीसरे भव में प्रभु महावीर का क्या नाम था | मरीचि |
8 | मरीचि के भव में प्रभु महावीर ने कौनसा मद किया था | कुलमद |
9 | तीसरे भव के बाद उनका जन्म कहाँ हुआ | ब्रह्मदेवलोक |
10 | प्रभु महावीर की चौथे भव में कितनी आयु थी | 10 सागरोपम |
11 | पांचवे भव में प्रभु महावीर ने किस नगर में जन्म लिया | कोल्लाक में |
12 | पांचवे भव में प्रभु महावीर का क्या नाम था एवं आयु कितनी थी | 80 लाख पूर्व वर्ष ;युक्त कौशिक नामक ब्राह्मण थे |
13 | स्थुणा नामक स्थान में किस नाम से ब्राह्मण बने | पुष्पमित्र |
14 | पुष्पमित्र के भव मे उनकी कितनी आयु थी | 72 लाख पूर् |
15 | अग्नि – उद्योत के भव मे उनकी कितनी आयु थी | 64 लाख पूर् |
16 | मदिर नामक सन्निवेश में किस नाम से ब्राह्मण बने | अग्नि – भूति |
17 | अग्नि – भूति के भव मे उनकी कितनी आयु थी | 56 लाख पूर् |
18 | भारद्वाज नामक विप्र के भव में प्रभु महावीर किस नगर के निवासी थे | श्वेतांबिका |
19 | विश्वभूति के भव में उनके माता-पिता का नाम क्या था? | पिता का नाम विशाखभूति एवं माता का नाम धारिणी था |
20 | त्रिपृष्ठ के भव में उनके माता-पिता का नाम क्या था? | पिता का नाम रिपुप्रतिशत्रु राजा (प्रजापति) एवं माता का नाम मृगावती रानी था |
21 | किस देवलोक के बाद प्रभु वीर त्रिपृष्ठ वासुदेव बने? | महाशुक्र देवलोक |