Mantra For Eye Therapy | नेत्र चिकित्सा मंत्र

Mantra For Eye Therapy | नेत्र चिकित्सा मंत्र

Mantra For Eye Therapy | नेत्र चिकित्सा मंत्र

Mantra For Eye Therapy | नेत्र चिकित्सा मंत्र

सोहं तथापि तव भक्ति-वशान्मुनीश,
कर्तुं स्तवं विगत-शक्ति-रपि प्रवृतः ।
प्रीत्यात्म-वीर्य-मविचार्य्य मृगी मृगेन्द्रं,
नाभ्येति किं निज-शिशोः परि-पालनार्थम् ॥

मंत्र संख्या  : प्रतिदिन 1 माला

परिणाम : नेत्ररोग निवारक |

Mantra For Eye Therapy


 नेत्र चिकित्सा मंत्र

सोहं तथापि तव भक्ति-वशान्मुनीश
कर्तुं स्तवं विगत-शक्ति-रपि प्रवृतः ।
प्रीत्यात्म-वीर्य-मविचार्य्य मृगी मृगेन्द्रं
नाभ्येति किं निज-शिशोः परि-पालनार्थम् ॥

मंत्र संख्या  : प्रतिदिन 1 माला |

परिणाम : नेत्र रोग दूर होते है |


 नेत्र चिकित्सा मंत्र

सिंहासने मणि-मयूख-शिखा-विचित्रे
विभाजते तव वपुः कानका-वदातम ।
बिम्बं वियद्-विलस-दंशु-लता-वितानं
तुंगोदयाद्रि-शिरसीव सहस्त्र-रश्मेः ॥

मंत्र संख्या  : प्रतिदिन 1 माला |

प्रयोग विधि108 बार पानी को अभिमंत्रित कर रोगी को पिलाएं |

परिणाम : नेत्र पीड़ा दूर होते है | सर्प आदि का विष उतर जाता है |


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