Categories : News Vidaay samaroh अहो जिनशासनम्….. ——————————– सरसवणी की सुहानी,सुरम्य धरा पर मु.खुश्बुबेन, मु.लब्धिबेन,एंव मु.समृध्दिबेन का विदाई समारोह…… ”जा सयंम पंथे दीक्षार्थी” संगीतस्वर : अनिल गेमावत(मुंबई) Related Articles Latest Jain Dharamshala In Palitana This story dates back to the time when India and Pakistan partitioned in 1947 राजस्थान में दो मंदिर की चोरी ऐवंम परमात्मा को खण्डित किये गये सिद्धाचल मध्ये जैन साइट भुवन पालीताना अनेक सुविधा से सुशोभित तीर्थ. पालीताना का सौप्रथम सहस्त्रकूट जिनालय